वह दिसंबर 5 , 1945 था । अमेरिका के 5 टोरपीडो बांबर युद्ध विमान रोटीन ट्रेनिंग के लिए फ्लोरिडा के एक एयरबेस से निकले थे। वह युद्ध विमान उस जमाने के अत्यंत शक्तिशाली युद्ध विमान थे। विमान हवा में उड़ने के कुछ समय बाद उसे चलाने वाले सैनिक ने कंट्रोल रूम से बात करते हुए कह रहा था इस दिन सब कुछ अलग सा दिख रहा है, समुंदर भी बहुत अलग सा दिख रहा है, यह कहने के कुछ देर बाद उस रेडियो से आवाज आना बंद हो गया था। हवा में उड़ान भरने के 4 घंटों के अंदर ही वह 5 युद्ध विमान समुंदर में गायब हो गए थे। उन हवाई जहाजों को ढूंढने के लिए अमेरिकन नेवी का एक सर्च एंड रेस्क्यू हवाई जहाज उसी वक्त फ्लोरिडा के एयरबेस से निकला। लेकिन हवा में उड़ान भरने के 20 मिनट बाद ही रात करीब 7:00 बज कर 40 मिनट पर वह सर्च एंड रेस्क्यू विमान भी गायब हो गया। अमेरिकन नेवी इन गायब हुए हवाई जहाजों को ढूंढने के लिए बहुत सारी तादात में अपने हवाई जहाज और जहाजों को उस जगह के और रवाना किया। लेकिन बहुत सारे दिन ढूंढने के बाद भी उन जहाजों का कुछ पता नहीं चला, कोई मलबा भी नहीं मिला। इन जहाजों के साथ क्या हुआ पता लगाने के लिए अमेरिकी सरकार ने एक जांच कमेटी बनाई। इस जांच कमेटी ने अपने फाइनल रिपोर्ट में इन विमानों के साथ क्या हुआ उन्हें पता नहीं चल पाया है और उनके साथ क्या हुआ होगा इसका अनुमान लगाने में भी वे कामयाब नहीं हुए। आज तक उन हवाई जहाजो के बारे में कुछ पता नहीं चला। यह जगह जहां पर ये हवाई जहाज अचानक गायब हो गए इस जगह को बरमूडा ट्रायंगल कहते हैं। अमेरिका की मियामी, बरमूडा द्वीप, प्युरटोरिकों द्वीप के बीच में जो समुंदर है उसे बरमूडा ट्रायंगल कहां जाता है।
इस जगह के बारे में पहली बार 1492 मैं कोलंबस अपने किताब में लिखा था। जब कोलंबस अपने जहाज में इस जगह से जा रहा था तब उसने आसमान में अजीब रोशनी दिखने के बारे में और अपनी जहाज का दिकसूचक यानी कंपास खराब हो जाने के बारे में अपनी डायरी में लिखा। तबसे आज तक इस जगह से गुजरते हुए बहुत सारे विमान, जहाज और लोग हमेशा के लिए गायब हो गए। इंसान अंतरिक्ष ग्रह और सुदूर तारों के रहस्य सुलझा रहा है लेकिन इस धरती के बहुत सारे जगहों के रहस्य अब तक नहीं सुलझा सका। उनमें से एक जगह है बरमूडा ट्रायंगल। टाइम मैगज़ीन के हिसाब से 1946 से 1991 के बीच में 100 से ज्यादा विमान और जहाज बरमूडा ट्रायंगल में हमेशा के लिए अदृश्य हो गए ।
4 मार्च 1918 के दिन uss cyclops नाम का एक अमेरिकन नेवी का जहाज बरमूडा ट्रायंगल में अदृश्य हो गया। इस जहाज में अमेरिकन नेवी के 300 सैनिक मौजूद थे। सबको आश्चर्य करने वाली बात यह थी की उस जहाज के कैप्टन ने जहाज खतरे में होने का कोई मैसेज रेडियो पर नहीं दिया था। इस जहाज को संपर्क करने के लिए किए गए बहुत सारे कॉल का कोई जवाब नहीं मिला। बाद में ढूंढने पर इस जहाज का कोई मलबा या सुराग नहीं मिला।
28 दिसंबर 1948 के दिन 26 यात्रियों के साथ रवाना हुई एक यात्री विमान भी इसी तरह इस जगह में अचानक से गायब हो गई थी। अक्टूबर 1951 मे सधरण डिस्ट्रिक्ट नामक एक अमेरिकन जंगी जहाज भी बरमूडा ट्रायंगल में गायब हो गई थी।
वह 22 दिसंबर 1967 था। विच क्राफ्ट नामक एक क्याबिन क्रूस जहाज दो यात्रियों के साथ रवाना हुआ था। इनमें एक एक यात्री का नाम बुराक था। वह एक अनुभवी नाविक था। इस जहाज की खासियत थी की अगर इस जहाज के साथ कोई दुर्घटना होती है तो यह समुंदर में नहीं डूबेगी। इस जहाज का पानी के नीचे डूबना लगभग नामुमकिन था क्योंकि इसमें ऐसि एक नई तकनीक लगाई गई थी। यह जहाज भी बरमूडा ट्रायंगल में गायब हो गई। अब तक इस जहाज का कुछ पता नहीं चला। इस बरमूडा ट्रायंगल में गायब हो गए विमान और जहाजों में यह सिर्फ कुछ उदाहरण थे । इस जगह में गायब हुए सभी विमान और जहाजों के बारे में जानने के लिए पूरा 1 दिन भी काफी नहीं होगा । इस जगह में इतने विमान और जहाज के गायब होने के पीछे कुछ कारण हो सकते हैं।
उनमें से पहला कारण इस जगह का वातावरण है । इस जगह में बहुत सारे खतरनाक समुद्री तूफान साल भर आते रहते हैं। यह तूफान कुछ मिनटों में ही बड़े-बड़े विमान और जहाजों को तोड़ देते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है की इस जगह में समुंदर बहुत गहरा है। इस वजह से यहां पर हादसे के शिकार हुए विमान और जहाजों का मलबा मिलना भी नामुमकिन होता है।
दूसरी वजह , कुछ लोग यह मानते है की बरमूडा ट्रायंगल के नीचे समुंदर में प्राचीन अटलांटिस शहर है। अटलांटिस शहर एक प्राचीन ग्रीक शहर था। यह शहर हजारों साल पहले बहुत बड़ा विकसित शहर था। कुछ लोग मानते है की उस शहर में आज के टेक्नोलॉजी से कई गुना बेहतर टेक्नोलॉजी थी। यह शहर अचानक एक दिन समुंदर के नीचे चला गया। उस शहर के कोई अत्यंत शक्तिशाली यंत्र से निकली हुई खतरनाक किरणों के कारण उस जगह के ऊपर से गुजरने वाली जहाज और विमान टुकड़े टुकड़े हो जाते हैं, ऐसा बहुत सारे लोग मानते हैं।
तीसरा कारण इस जगह में दूसरे ग्रह के जीव यानी एलियंस अपना ठिकाना बनाया है और इस जगह से गुजरने वाले जहाज और विमानों को एलियंस गायब करते हैं ऐसा कुछ लोग मानते हैं।
कुछ लोग मानते हैं की इस जगह में समुद्र के नीचे कुछ बड़े रहस्यमय समुद्री जीव रहते हैं और अपने ऊपर से गुजरने वाले जहाज और विमानों को वह अपनी तरफ समुद्र में खींच लेते हैं। और कुछ लोगों का विश्वास है की बरमूडा ट्रायंगल दूसरी दुनिया के लिए एक दरवाजा जैसा है और यहां पर गायब होने वाले जहाज और विमान दूसरी दुनिया में पहुंचते हैं।
कोलंबस अपने डायरी में बरमूडा ट्रायंगल के बारे में पहली बार लिखकर 500 साल से ज्यादा हो रहा हैं लेकिन आज तक इस जगह का रहस्य नहीं सुलझा है। भविष्य में इसका रहस्य सुलझेगा इसका विश्वास भी नहीं है क्योंकि यहां पर जो भी विमान, जहाज और लोग गायब होते हैं वह फिर कभी वापस नहीं दिखते।